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मथुरा को हेरिटेज सिटी बनाया जाएगा

1220 करोड़ रुपये से मथुरा को हेरिटेज सिटी बनाया जाएगा, बांके बिहारी मंदिर के लिए नया रास्ता बनाया जाएगा

Yamuna आयोग का मास्टर प्लान 2041 बोर्ड ने मंजूर किया है। मास्टर प्लान में राज्य के अधिसूचित 1149 गांव शामिल हैं। फेज एक में गौतमबुद्ध नगर और बुलंदशहर में दो नए क्षेत्र बनाए गए हैं। नए सेक्टरों के लिए जमीन अधिग्रहण करने का आदेश बोर्ड ने दिया है। 1220 करोड़ रुपये की लागत से मथुरा, 753 एकड़ में हेरिटेज सिटी बनाया जाएगा।

प्रकाश संवाददाता, ग्रेटर नोएडायमुना प्राधिकरण मथुरा जिले में 1220 करोड़ रुपये की लागत से 753 एकड़ में हेरिटेज सिटी बनाएगा। सोमवार को प्राधिकरण बोर्ड ने इसकी संशोधित विस्तृत परियोजना रिपोर्ट को अपनी स्वीकृति दे दी। PPPP मॉडल पर बनाई गई परियोजना के विकासकर्ता को चुनने के लिए प्रस्ताव निविदा मूल्यांकन समिति को भेजा गया है।

प्राधिकरण के मास्टर प्लान 2041 को भी बोर्ड ने प्रमुख सचिव उद्योग एवं यीडा चेयरमैन अनिल सागर के नेतृत्व में हुई बैठक में स्वीकृति दी है।

यमुना प्राधिकरण ने सीबीआरई से ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे (करीब सात किमी) बनाने की योजना बनाई है, जो यमुना एक्सप्रेस-वे से बांके बिहारी मंदिर को जोड़ेगा. इस एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर शहरी क्षेत्र भी विकसित किए जाएंगे।


1220 करोड़ रुपये से मथुरा को हेरिटेज सिटी बनाया जाएगा, बांके बिहारी मंदिर के लिए नया रास्ता बनाया जाएगा

Yamuna आयोग का मास्टर प्लान 2041 बोर्ड ने मंजूर किया है। मास्टर प्लान में राज्य के अधिसूचित 1149 गांव शामिल हैं। फेज एक में गौतमबुद्ध नगर और बुलंदशहर में दो नए क्षेत्र बनाए गए हैं। नए सेक्टरों के लिए जमीन अधिग्रहण करने का आदेश बोर्ड ने दिया है। 1220 करोड़ रुपये की लागत से मथुरा, 753 एकड़ में हेरिटेज सिटी बनाया जाएगा।

 1220 करोड़ रुपये से मथुरा को हेरिटेज सिटी बनाया जाएगा, बांके बिहारी मंदिर के लिए नया रास्ता बनाया जाएगा

विशेषताएं

• लागत 1220 करोड़ होगी

• मास्टर प्लान 2041 स्वीकृत

प्रकाश संवाददाता, ग्रेटर नोएडायमुना प्राधिकरण मथुरा जिले में 1220 करोड़ रुपये की लागत से 753 एकड़ में हेरिटेज सिटी बनाएगा। सोमवार को प्राधिकरण बोर्ड ने इसकी संशोधित विस्तृत परियोजना रिपोर्ट को अपनी स्वीकृति दे दी। PPPP मॉडल पर बनाई गई परियोजना के विकासकर्ता को चुनने के लिए प्रस्ताव निविदा मूल्यांकन समिति को भेजा गया है।

प्राधिकरण के मास्टर प्लान 2041 को भी बोर्ड ने प्रमुख सचिव उद्योग एवं यीडा चेयरमैन अनिल सागर के नेतृत्व में हुई बैठक में स्वीकृति दी है।

यमुना प्राधिकरण ने सीबीआरई से ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे (करीब सात किमी) बनाने की योजना बनाई है, जो यमुना एक्सप्रेस-वे से बांके बिहारी मंदिर को जोड़ेगा. इस एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर शहरी क्षेत्र भी विकसित किए जाएंगे।

1220 करोड़ का खर्च होगा

एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर पुरातात्विक स्थान, योग वेलनेस सेंटर, कन्वेंशन सेंटर, होटल और स्थानीय कलाकारों और कलाकारों के लिए जगह होगी। 1220 करोड़ रुपये की लागत से हेरिटेज सिटी का विकास 753 एकड़ में होगा। हेरिटेज सिटी परियोजना का क्षेत्रफल बढ़ने से फेज दो का मास्टर प्लान बदल रहा है, प्राधिकरण सीईओ डा. अरुणवीर सिंह ने बताया।

राया अर्बन सेंटर हेरिटेज सिटी का हिस्सा होगा। यमुना एक्सप्रेस-वे को ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे से जोड़ा जाएगा। यमुना नदी पर बृज विकास तीर्थ परिषद एक पुल बना रहा है। इससे एक्सप्रेस-वे जुड़ जाएगा। इसे अन्य विचाराधीन मार्गों से भी जोड़ा जाएगा।

बांके बिहारी के लिए एक नया तरीका बनाया जाएगा

इससे बांके बिहारी मंदिर की ओर एक नया रास्ता बनाया जाएगा। परियोजना रिपोर्ट का पूरा विवरण बोर्ड से स्वीकृत होने के बाद निविदा मूल्यांकन समिति को भेजा जाता है। कैबिनेट से परियोजना की स्वीकृति मिलने के बाद विकासकर्ता चुनने की निविदा निकाली जाएगी।

आगरा में चार एसईजेड बनेंगे

यमुना प्राधिकरण ने अधिसूचित क्षेत्र का खाका खींचने की योजना बनाई है। शहर को यमुना एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर 10,500 हेक्टेयर जमीन पर विकसित किया जाएगा। इसमें चार अलग-अलग विशेष आर्थिक क्षेत्रों का विकास होगा।

इलेक्ट्रानिक्स आधारित उद्योग सहित चारों एसईजेड में आवासीय, संस्थागत, कामर्शियल व अन्य कार्य शामिल होंगे। यमुना प्राधिकरण में गौतमबुद्ध नगर के अलावा बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस और आगरा के 1149 गांव हैं।

फेज एक प्राधिकरण में गौतमबुद्ध नगर और बुलंदशहर के गांवों को औद्योगिक विकास के लिए निर्धारित किया गया है। इसमें नोएडा अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट और फिल्म सिटी जैसे कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं शामिल हैं। फेज दो में, प्राधिकरण ने टप्पल मल्टी मॉडल लाजिस्टिक पार्क और मथुरा में हेरिटेज सिटी परियोजना बनाई है, जो दोनों जिलों को शामिल करेगा।

फेज दो में राया अर्बन सेंटर और टप्पल बाजना अर्बन सेंटर प्रस्तावित हैं। आगरा जिले में 10500 हेक्टेयर क्षेत्र में शहरी क्षेत्र विकसित करने का फैसला मुख सचिव उद्योग एवं प्राधिकरण चेयरमैन अनिल सागर की अध्यक्षता में हुई 79वीं बोर्ड बैठक में किया गया है।

मार्स एक मास्टर प्लान बनाएगा

मार्स एसोसिएट्स दो महीने में मास्टर प्लान बनाकर सौंपेगा, एसोसिएट्स प्राधिकरण के सीईओ डा. अरुणवीर सिंह ने बताया। आगरा जिले में विकसित होने वाले शहर में इलेक्ट्रानिक्स और उससे जुड़े उद्योगों को स्थान मिलेगा।

EV और इलेक्ट्रानिक्स इकाइयां लगाई जाएंगी। चार एसईजेड बनाए जाएंगे। प्रत्येक एसईजेड इलेक्ट्रानिक्स पर आधारित उद्योगों के लिए होगा। एसईजेड में ही आवासीय, संस्थागत और कामर्शियल गतिविधियां होंगी। इनका आकार पूरी तरह से एक छोटे औद्योगिक शहर का होगा।

1149 गांव यमुना प्राधिकरण के मास्टर प्लान में शामिल हैं

यमुना प्राधिकरण का मास्टर प्लान 2041 बोर्ड ने मंजूर किया है। मास्टर प्लान में राज्य के अधिसूचित 1149 गांव शामिल हैं। मास्टर प्लान के फेज एक में शामिल बुलंदशहर और गौतमबुद्ध नगर में नए क्षेत्र बनाए गए हैं।

नए सेक्टरों के लिए जमीन अधिग्रहण करने का आदेश बोर्ड ने दिया है। कुल 1529.90 हेक्टर (सेक्टर पांच में 381 हेक्टर, सेक्टर छह में 347 हेक्टर, सेक्टर सात में 472 हेक्टर और सेक्टर आठ में 328 हेक्टर) जमीन अधिग्रहण की जाएगी।


मास्टर प्लान 2041 स्वीकृत

यमुना प्राधिकरण का मास्टर प्लान 2041 बोर्ड ने मंजूर किया है। मास्टर प्लान में राज्य के अधिसूचित 1149 गांव शामिल हैं। मास्टर प्लान के फेज एक में शामिल बुलंदशहर और गौतमबुद्ध नगर में नए क्षेत्र बनाए गए हैं।

नए सेक्टरों के लिए जमीन अधिग्रहण करने का आदेश बोर्ड ने दिया है। कुल 1529.90 हेक्टर (सेक्टर पांच में 381 हेक्टर, सेक्टर छह में 347 हेक्टर, सेक्टर सात में 472 हेक्टर और सेक्टर आठ में 328 हेक्टर) जमीन अधिग्रहण की जाएगी।

1050 हेक्टेयर जमीन एविएशन हब को दी जाती है

प्राधिकरण बोर्ड ने एविएशन हब को 1050 हेक्टेयर जमीन देने की अनुमति दी है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए प्रस्तावित मल्टी माडल लाजिस्टिक पार्क के बीच पांच हजार हेक्टेयर जमीन और टप्पल है। इससे क्षेत्र में बड़े पैमाने पर विकास का कार्य बढ़ेगा।
 

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